Monday, March 10, 2008

सभा में सब मृतक समान

जिस सभा में अधर्म से धर्म, असत्य से सत्य, सब सभासदों के देखते हुए मारा जाता है उस सभा में सब मृतक के समान हैं। जानो उनमें कोई भी नहीं जीता।

- स्वामी दयानंद सरस्वती